धोखे की इस गेम में, जैस्मिन भसीन दिल से खेल रही है – द ट्रेटर्स में!
उस पर भरोसा करना आसान है… पर द ट्रेटर्स में भरोसे की सबसे बड़ी परीक्षा हो रही है!जैस्मिन आसानी से यक़ीन कर लेती है, गहराई से महसूस करती है और चुपचाप सब कुछ नोट करती है।
जब बाक़ी लोग साज़िश रचते हैं, एक्टिंग करते हैं और शोर मचाते हैं — जैस्मिन सब कुछ दिल में उतार रही है… उससे कहीं ज़्यादा समझ रही है, जितना वो दिखा रही है।
वो ना तो ज़ोर-ज़ोर से नाम ले रही है, ना ही टीम की कप्तान बन रही है — लेकिन उसकी इमोशनल ईमानदारी और दिल की सुनने की आदत एक अलग रास्ता बना रही है।
इस गेम में जहाँ शक की आवाज़ सबसे ऊँची है — जैस्मिन वो अंडरडॉग हो सकती है, जिसे कोई आता देख ही नहीं पाया!
वो खेलती है दिल से, सुनती है अपने दिल की — और हो सकता है यही निकले सबसे चतुर चाल!
देखते रहिए, आगे क्या होता है!