ज़ी टीवी के ‘सरू’ में शगुन पांडे का टीचर अवतार — वेद के रोल के लिए खुद लिखा क्लासरूम होमवर्क
ज़ी टीवी का लेटेस्ट फिक्शन शो ‘सरू’ एक प्रेरणादायक कहानी लेकर आया है, जो राजस्थान के खारेस गांव की एक जज़्बे से भरी लड़की के बारे में है। वो समाज के तय किए हुए दायरे तोड़ती है और उच्च शिक्षा के अपने सपने को पूरा करने के लिए निकल पड़ती है। इस दमदार और उम्मीदों से भरी कहानी को पर्दे पर उतार रही हैं न्यूकमर मोहक मटकर, जो निभा रही हैं सरू का किरदार। उनके साथ नज़र आ रहे हैं शगुन पांडे, जो वेद नाम के एक शांत और समझदार अंग्रेजी प्रोफेसर की भूमिका निभा रहे हैं। इन दोनों कलाकारों ने सिर्फ अभिनय ही नहीं किया, बल्कि पूरे दिल से उस माहौल और संस्कृति में खुद को डुबो दिया ताकि हर किरदार पूरी तरह सच्चा और असरदार लगे।
जहां मोहक ‘सरू’ के भोलेपन और उसके जुनून को बखूबी दिखा रही हैं, वहीं शगुन अपने पहले के जोशीले किरदारों से एकदम अलग इस बार एक गंभीर और संयमित प्रोफेसर की भूमिका में नज़र आ रहे हैं। यह रोल उनके लिए एक नया मोड़ साबित हुआ जिसमें उन्हें अपने बोलने के तरीके, हाव भाव और पूरे स्क्रीन पर अपनी मौजूदगी को पूरी तरह नए सांचे में ढालना पड़ा। खास बात यह है कि वेद के क्लासरूम वाले सीन्स को और असली बनाने के लिए शगुन ने खुद लेक्चर तैयार किए। उन्होंने खुद बैठकर तय किया कि वेद क्या पढ़ाएगा, कितना पढ़ाएगा और किस तरह से पढ़ाएगा ताकि दर्शकों को यह क्लासरूम किसी स्क्रिप्टेड सीन की तरह न लगे बल्कि एक सच्चे अनुभव जैसा महसूस हो।
शगुन के लिए वेद का किरदार निभाना एक सीख देने वाला अनुभव रहा जिसे उन्होंने पूरे दिल से जिया। शगुन ने कहा, “जैसे ही मुझे पता चला कि वेद अंग्रेजी प्रोफेसर का है, मुझे समझ आ गया कि यह रोल अब तक निभाए गए किसी भी किरदार से बिल्कुल अलग होगा। मेरे पहले के किरदारों में ज़्यादातर पारिवारिक तनाव और भावनात्मक टकराव होते थे, लेकिन इस बार मुझे क्लासरूम में पढ़ाना था, वो भी बेहद शांत और संतुलित अंदाज में। इसलिए मैंने सच में होमवर्क किया। मैं सिर्फ डायलॉग याद करके सीन नहीं करना चाहता था बल्कि चाहता था कि क्लासरूम के दृश्य बिल्कुल असली लगें और दर्शक सच में कुछ सीख भी सकें। मैंने खुद छोटे छोटे लेक्चर डिज़ाइन किए, यह सोचकर कि कौन से विषय पढ़ाए जाएं, उन्हें कैसे समझाया जाए और कैसे सरल लेकिन असरदार तरीके से पेश किया जाए। चूंकि ज़ी टीवी पूरे देश में देखा जाता है, मुझे लगा कि शुरुआत बुनियादी टेन्स और ग्रामर से होनी चाहिए क्योंकि आज भी बहुत से लोग इन बातों से जूझते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “स्क्रीन पर एक शिक्षक की भूमिका निभाना एक बड़ी ज़िम्मेदारी है और इसके लिए खास तरह की तैयारी की जरूरत होती है। इसलिए मैंने इस बात पर ध्यान दिया कि वेद किस तरह से बात करता है, वह कैसे उदाहरण देता है और मुश्किल बातों को कैसे आसान बनाकर समझाता है। मैंने अपने आसपास के लोगों से सुझाव लिए, खूब पढ़ाई की और यह समझने की कोशिश की कि ऐसा टीचर कैसे सोचता है जो सिर्फ ज्ञान नहीं बांटता बल्कि भावना और समझदारी के साथ पढ़ाता है। मैंने अपने स्कूल के शिक्षकों से भी प्रेरणा ली — जैसे वे हमें पढ़ाते थे। उम्मीद है कि मैं इस भूमिका के साथ न्याय कर पाया हूं और दर्शक वेद से जुड़ पाएंगे।”
यह साफ है कि ‘सरू’ के लिए शगुन पांडे ने न सिर्फ अपने अभिनय को नए अंदाज़ में ढाला है बल्कि एक असली शिक्षक की ज़मीन से जुड़ी सच्चाई को भी पर्दे पर लाने की कोशिश की है। उनकी मेहनत और हर बारीकी पर दिया गया ध्यान वेद को इस शो का एक यादगार किरदार बना सकता है। इस शो ने पहले ही शिक्षा के ज़रिए सशक्तिकरण का संदेश देकर दर्शकों का दिल जीतना शुरू कर दिया है।