होगा ढेर सारा मनोरंजन!
एण्डटीवी के शोज ‘भीमा‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में दर्शक अपने चहेते किरदारों को परेशानियों में फंसा हुआ देखेंगे। ‘भीमा‘ की कहानी के बारे में बताते हुए, शो में मेवा की भूमिका निभा रहे अमित भारद्वाज ने कहा, ‘‘भीमा (तेजस्विनी सिंह) अपने लोगों को एकजुट करती है और उनसे आग्रह करती है कि वे उठें और बबीता को न्याय दिलाने के लिये लड़ें। यह लोग हाथों में मशालें लेकर गर्जन कोठी की ओर बढ़ते हैं और न्याय की मांग करते हैं। पुलिस स्टेशन में भीमा एफआईआर करवाने पर अड़ जाती है और उसके पास एक महत्वपूर्ण सबूत भी है- अपराध वाली जगह पर मिली काले मोतियों की माला का एक नग। तभी एक आदमी आगे बढ़कर झूठा दावा करता है कि वह नग उसका है। भीमा के अनुरोध करने पर भी वह नहीं मानता है। इस बीच, कैलाशा बुआ (नीता मोहिन्द्रा) अपने विरोधियों को सजा देने की योजना बनाती हैं। भीमा पर कोई असर नहीं होता है और वह शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताती है। वह प्शुओं के अवशेषों को हटाने से मना कर देती है, जब तक कि उनकी गरिमा के सम्मान की गारंटी लिखित में न मिले।’’ ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में, हप्पू सिंह की भूमिका निभा रहे योगेश त्रिपाठी ने बताया, ‘‘हप्पू (योगेश त्रिपाठी) का एक पुराना कांस्टेबल दोस्त पुलिस स्टेशन आकर उससे मिलता है और बताता है कि उसने होटल का बिजनेस शुरू करने के लिये अपनी नौकरी छोड़ दी थी। और उसका बिजनेस अब काफी अच्छा चल रहा है। उसने अपने होटल की दो-तीन ब्रांचेस भी खोली हैं। अपने दोस्त की कामयाबी देखकर हप्पू भी बिजनेस शुरू करने की सोचता है। उसी शाम वह बेनी (विश्वनाथ चटर्जी) को यह आइडिया देता है। बेनी की वकालत भी अच्छी नहीं चल रही है और वह सलाह देता है कि दोनों को मिलकर बिजनेस शुरू करना चाहिये।
वह हप्पू को बताता है कि उसे अपने एक भरोसेमंद सूत्र से पता चला है कि कानपुर के बाहर एक नया हाईवे बनेगा और अभी वहाँ की जमीन बहुत सस्ती है। हाईवे बनने के बाद जमीन के दाम आसमान छूएंगे, ऐसा मानकर वे निवेश करने का फैसला लेते हैं। हालांकि पूरा पैसा न होने पर वे चुपचाप अपने घरों को गिरवी रख देते हैं और अपने परिवारों को इसकी भनक नहीं लगने देते हैं। बाद में उन्हें पता चलता है कि हाईवे प्रोजेक्ट एक घोटाला था और कोई हाईवे नहीं बनने जा रहा है। अब वह फंस चुके हैं और उन्हें नहीं पता कि अपने परिवारों को यह बात कैसे बताएं।’’
‘भाबीजी घर पर हैं‘ की मौजूदा कहानी पर चर्चा करते हुए, विभूति नारायण मिश्रा की भूमिका निभा रहे आसिफ शेख ने कहा, ‘‘तिवारी (रोहिताश्व गौड़) को जलन होने लगती है, जब विभूति (आसिफ शेख) पर भाबी ज्यादा ध्यान देती हैं। गुस्से में आकर वह पूरी काॅलोनी के सामने विभूति की बेइज्जती कर देता है। विभूति बहुत दुखी होकर डिप्रेशन में चला जाता है और अपना जीवन खत्म करने का फैसला लेता है। वह रेल्वे ट्रैक पर पहुँच जाता है और जैसे ही ट्रेन आती है, सक्सेना (सानंद वर्मा) सही समय पर उसे बचा लेता है। सक्सेना, विभूति को एक कोर्स के बारे में बताता है, जिसका नाम है ‘ना दूंगा, सिर्फ लूंगा’ (एनडीएसएल)। इसमें लोगों को उनसे बदला लेना सिखाया जाता है, जिन्होंने उन्हें परेशान किया हो। विभूति इससे प्रेरित होकर एक योजना बनाता है और एक के बाद एक लोगों का अपहरण करना शुरू कर देता है और उन्हें सक्सेना के घर पर रखता है।
हालांकि, तिवारी और चाचा (अनूप उपाध्याय) का अपहरण करते वक्त अंगूरी उसे देख लेती है। विभूति उसे कसम देता है कि अगर उसने किसी को बताया, तो वह फांसी लगा लेगा। इस बीच अनीता (विदिशा श्रीवास्तव) इन अपहरणों से चिंतित होकर हप्पू (योगेश त्रिपाठी) से मदद मांगती है। अंगूरी (शुभांगी अत्रे) सच का खुलासा करना चाहती है, लेकिन उसे विभूति की कसम याद आ जाती है और वह चुप रहती है। आखिरकार जब तिवारी का अपहरण होता है, तब अंगूरी इस राज़ को नहीं छुपा पाती है और विभूति तथा सक्सेना को दोषी ठहरा देती है।’’
देखिये ‘भीमा’ रात 8ः30 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन’ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं’ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार सिर्फ एण्डटीवी पर!