*सुपरस्टार रजनीकांत ने स्टार प्लस शो के लिए बी.आर. विजयलक्ष्मी के मुंबई डेब्यू का किया समर्थन*
बी. आर. विजयलक्ष्मी, जिन्हें भारत की पहली महिला सिनेमेटोग्राफर के रूप में जाना जाता है, फिल्म इंडस्ट्री के सबसे सम्मानित नामों में से एक हैं। उन्होंने 1985 की तमिल फिल्म चिन्ना वीदु से अपने करियर की शुरुआत की और साउथ इंडियन सिनेमा में एक शानदार करियर बनाया। सालों में, उन्होंने कई नामी प्रोजेक्ट्स पर काम किया, सबसे बड़े स्टार्स के साथ हाथ मिलाया, और खुद को डायरेक्टर और राइटर के रूप में भी स्थापित किया।
एक हालिया राउंड टेबल चर्चा के दौरान, विजयलक्ष्मी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने शानदार सफर पर बात की। उन्होंने एक ऐसे पल को याद किया जो उन्हें आज भी प्रेरित करता है, जब दक्षिण के सुपरस्टार और भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत ने उनके काम की तारीफ की थी। रजनीकांत के शब्द, "पुरुष या महिला से परे है अच्छा काम", उनकी कला की एक शक्तिशाली स्वीकृति के रूप में सामने आए, जिसने उस समय की लिंग बाधाओं को तोड़ दिया। विजयलक्ष्मी के लिए, यह पहचान न सिर्फ खुद के लिए थी, बल्कि सिनेमा में महिलाओं के लिए भी एक खास पल था।
साउथ सिनेमा में अपना शानदार सफर तय करने के बाद, बी. आर. विजयलक्ष्मी अब अपनी खास कहानी कहने की शैली और क्रिएटिव विजन के साथ हिंदी टेलीविजन में कदम रख रही हैं। वह अपनी क्रिएटिव सोच लेकर आने वाले स्टार प्लस शो माना के हम यार नहीं में काम कर रही हैं, जो आम टीवी ड्रामों से अलग कुछ नया पेश करने वाला है।
इस सीरीज में मंजीत मक्कड़ कृष्णा का किरदार निभा रहे हैं, एक चालाक ठग जो पैसे के लिए किसी भी रोल में ढल सकता है, और दिव्या पाटिल खुशि की भूमिका में हैं, एक मेहनती इस्त्रीवाली जो कपड़े इस्त्री करके अपना गुजर-बसर करती हैं। इनकी दुनिया एक अनोखे कॉन्ट्रैक्ट मैरिज के जरिए टकराती है, जो कहानी को असलियत और ड्रामा के बीच जोड़ती है। क्लिशे वाले ट्रॉप्स से अलग, इस शो में बी. आर. विजयलक्ष्मी के विजन के साथ एक ताजगी भरी और दिलचस्प कहानी देखने को मिलेगी, जिससे दर्शक सच में जुड़ाव महसूस करेंगे।
29 अक्टूबर से देखें माना के हम यार नहीं, केवल शाम 7 बजे, स्टार प्लस पर।
