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*जब विवेक रंजन अग्निहोत्री ने बताया ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने कैसे बदली सोच*

 *जब विवेक रंजन अग्निहोत्री ने बताया ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने कैसे बदली सोच*


*‘द कश्मीर फाइल्स’ से क्या मिला कश्मीरी पंडितों को? सुनिए विवेक अग्निहोत्री की जुबानी*


फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने हमेशा ऐसी फिल्में बनाई हैं जो ज़ोरदार बहस और सच्ची कहानियों को सामने लाती हैं। इसका बड़ा उदाहरण है उनकी फिल्म द कश्मीर फाइल्स, जिसने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की सच्चाई सबके सामने रखी। फिल्म जहां एक तरफ बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई, वहीं दूसरी तरफ इसका असर बहुत गहरा रहा, और आज भी निर्देशक अक्सर इसकी अहमियत पर बात करते नज़र आते हैं।



हाल ही में एक पॉडकास्ट में जब विवेक रंजन अग्निहोत्री से द कश्मीर फाइल्स के असर और इस पर पूछा गया कि कश्मीरियों को इस फिल्म से क्या मिला, तो उन्होंने इसका विस्तार से जवाब दिया। *उन्होंने कहा*, "आप ये सवाल किसी भी कश्मीरी पंडित से पूछिए। उससे पूछिए कि उसे क्या मिला इस फिल्म से।" फिर उन्होंने खुद ही सवाल उठाया और उसका जवाब भी दिया, "आप जानना चाहते हैं कि उसे क्या मिला? मैं बताता हूं। आपने फिल्म देखी है? आपने गिरीजा देवी वाला आखिरी सीन देखा है? मुझे उनकी फैमिली से, उनकी बहन से एक ईमेल आया था। उन्होंने लिखा, पिछले 30 सालों में घर में किसी ने दीदी का नाम तक नहीं लिया था। एक शब्द नहीं। आपकी फिल्म देखने के बाद हम सब एक ज़ूम कॉल पर जुड़े, और पूरी रात रोते रहे। पहली बार, हमें थोड़ा सुकून मिला।" विवेक ने कहा, "आप किसी कश्मीरी पंडित से पूछिए कि उसे क्या मिला। यही एक चीज़ है।"


*फिल्ममेकर ने आगे कहा*, "दूसरी बात, उससे पूछो कि भारत को क्या मिला इस फिल्म से। भारत को ये फिल्म मिली – कैपिटल में, यूके की पार्लियामेंट में, जर्मनी में, पूरी दुनिया में। ये नैरेटिव था कि कश्मीर पर इंडिया ने जबरन कब्जा किया है। पहली बार दुनिया को एक दूसरा नजरिया मिला। अवेयरनेस आई। ‘फ्री कश्मीर, फ्री कश्मीर’, लोग ऐसे नारे लगाते थे जैसे बच्चों का खेल हो। फिल्म आने के बाद आपने सुना है ऐसे नारे? उसके बाद यासीन मलिक जेल में है। सरकार ने कश्मीरी पंडितों के लिए ट्रिब्यूनल बनाया है, जहां वो आकर अपनी बात कह सकें। आज कश्मीर पर बात करना एक सम्मान की बात है। कश्मीरी पंडितों पर बात करना आज गर्व की बात है। तो ये मत कहो कि फिल्म में कुछ नहीं हुआ। उस फिल्म ने देश की चेतना को बदल दिया। और ये साबित कर दिया कि न तो स्टार्स की ज़रूरत है, न ग्लैमर की, न किसी सपोर्ट की – अगर आपकी सच्चाई में ताकत है, तो वो बात लोगों तक जरूर पहुंचेगी।"


वर्क फ्रंट की बात करें तो विवेक रंजन अग्निहोत्री अब द बंगाल फाइल्स लेकर आ रहे हैं। इस फिल्म को उन्होंने खुद लिखा और डायरेक्ट किया है। इसे तेज नारायण अग्रवाल और आई एम बुद्धा प्रोडक्शंस प्रेज़ेंट कर रहे हैं। द बंगाल फाइल्स 5 सितंबर को दुनियाभर में रिलीज़ होगी।

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