वर्ल्ड बाइसिकल डे पर सितारों ने बताये साइकिल चलाने का आनंद और फायदे!
वल्र्ड बाइसिकल डे के मौके पर एण्डटीवी के कलाकारों ने साइकिल चलाने से जुड़ी अपनी यादें और अनुभव साझा किए। उनके लिए साइक्लिंग सिर्फ फिट रहने का तरीका नहीं, बल्कि एक शौक, एक जुनून और रोज़मर्रा की भागदौड़ से सुकून पाने का ज़रिया भी है। बचपन की यादें हों, आज़ादी का अहसास, रचनात्मकता या फिर मानसिक शांति- ये कलाकार मानते हैं कि साइक्लिंग ज़िंदगी में कई तरीकों से अहमियत जोड़ती है। इन कलाकारों में शामिल हैं- विक्रम द्विवेदी (‘भीमा‘ के विशंभर सिंह), आर्यन प्रजापति (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के ऋतिक सिंह) और आसिफ शेख (‘भाबीजी घर पर हैं‘ के विभूति मिश्रा)। विक्रम द्विवेदी, जो ‘भीमा‘ में विशंभर सिंह की भूमिका निभा रहे हैं, कहते हैं, “साइकिल चलाना मेरे लिए एक तरह की राहत है। एक अभिनेता के तौर पर लगातार एक रचनात्मक सोच में रहना होता है, और सुबह-सुबह की साइकिल राइड मेरा दिमाग तरोताज़ा कर देती है। यह सिर्फ वर्कआउट नहीं है, बल्कि मेरा सोचने का ज़ोन है। मैं हफ़्ते में चार से पाँच बार, लगभग 30-40 मिनट तक साइकिल चलाता हूँ। इस दौरान मैं स्क्रीन से दूर रहता हूँ और प्रकृति के करीब आता हूँ। पैडल मारने की लय, हवा की ठंडक और खुली सड़कें एक सुकून देती हैं। साथ ही, ये पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। यह एक छोटा सा कदम है, लेकिन इसका असर बहुत बड़ा होता है।”
आर्यन प्रजापति ऊर्फ ‘हप्पू की उलटन पलटन’ के ऋतिक सिंह ने कहा, “मुझे साइकिल चलाने से ज्यादा खुशी किसी और चीज से नहीं मिलती। ऐसा लगता है जैसे मैं पूरी तरह आज़ाद हूँ, कहीं भी जा सकता हूँ! स्कूल या शूट के बाद मैं अपनी साइकिल लेकर पार्क या मोहल्ले में घूमता हूँ। यह बहुत मज़ेदार है, दिमाग साफ़ होता है और ज़िंदगी महसूस होती है! मुझे आज भी याद है जब मैं छह साल का था और साइकिल सीख रहा था, कितना मुश्किल था, लेकिन जैसे ही साइकिल चलाना आ गया, मैं रुक नहीं पाया। मेरा मानना है कि चाहे कोई छोटा हो या बड़ा, हर किसी को साइकिल चलाना जरूर आजमाना चाहिए। यह सबसे मज़ेदार तरीका है एक्टिव रहने और अपने आस-पास की दुनिया को जानने का।” आसिफ़ शेख (विभूति नारायण मिश्रा, ‘भाबीजी घर पर हैं’) कहते हैं, “साइकिल चलाना मेरे लिए एक्टिव रहने और मन को साफ़ करने का सबसे अच्छा तरीका है। यह सिर्फ एक वर्कआउट नहीं है। जब भी शूट के बीच में थोड़ा समय मिलता है, मैं सेट पर साइकिल चलाता हूँ। यह एक निजी पल होता है जो मुझे मानसिक और भावनात्मक रूप से रीसेट करने में मदद करता है। जब मैं साइकिल चलाता हूँ, तो पूरी तरह मौजूद महसूस करता हूँ, आस-पास की आवाज़ें, नज़ारे और ताजी हवा का आनंद लेता हूँ। यह एक मौका है थोड़ा ठहरकर, गहरी सांस लेने का और उस कुदरत से जुड़ने का, जो रोज़मर्रा की भागदौड़ में हम अक्सर भूल जाते हैं। वल्र्ड बाइसिकल डे पर मैं सभी से यही कहूँगा कि इस सरल लेकिन प्रभावशाली आदत को अपनाएं। यह एक छोटा कदम है एक स्वस्थ जीवन और हरे-भरे, जागरूक ग्रह की ओर।”
देखिये ‘भीमा‘ रात 8ः30 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार,
सिर्फ एण्डटीवी पर!